आयुर्वेद के अनुसार दमा से बचाव का उपाय
(Ayurvedic Treatment For Asthma)
अस्थमा के रोगियों को अस्थमा का दौरा कभी भी आ सकता है। यह जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में इससे बचने के उपायों की जानकारी होना बेहद आवश्यक है। आयुर्वेद के अनुसार अस्थमा से बचने के कुछ आसान उपाय निम्न हैं:
- किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचें।
- झींकते, खांसते समय रुमाल का प्रयोग करें।
- धूल, धुंआ, रुई, जानवरों के पंख, बालों के सम्पर्क में आने से बचें।
- फूलों के परागकणों (फूलों में मौजूद तत्वों को) को सांस के साथ अंदर जाने से रोकें।
- सुगंधित या कृत्रिम रासायनिक द्रव्यों जैसे परफ्यूम, डियो आदि से परहेज करें।
- जुकाम या खांसी होने पर लापरवाही न बरतें, जल्द से जल्द उसका उपचार करें।
खान पान का रखें ध्यान (Diet in Asthma by Ayurveda)
आयुर्वेद के अनुसार अस्थमा में खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए:
- हल्का और जल्दी पचने वाला भोजन जैसे मूंग, मसूर की दाल इत्यादि का सेवन करें।
- लहसुन, अदरक, मेथी, सोया, परवल, लौकी तरोई, टिंडे आदि का प्रयोग भोजन में अधिक से अधिक करें।
- अस्थमा के रोगी के लिए मोटे पिसे आटे की रोटियां, दलिये की खिचड़ी लाभदायक है।
- मुनक्का व खजूर का प्रयोग लाभदायक होता है।
- हमेशा पीने के लिए गर्म पानी का प्रयोग करेँ।