यह महल ओडियार यदुराजवंश के वंशजो का है । 1399 ईस्वी में यदुराय ओडियार से यदुवंश की इस नई शाखा का निर्माण हुआ । जैसे लगभग 250 ईस्वी में जादौन राजवंश से भाटी राजवंश नाम की शाखा निकली, इसी तरह दक्षिण में एक नई यदुवंश क्षत्रियः शाखा का निर्माण हुआ, जिसका नाम ओडियार परिवार था । स्वतंत्रता तक यह परिवार मैसूर पर राज्य करता रहा।
विजयनगर साम्राज्य में सेवा दे चुका ओडियार राजवंश, या विजयनगर साम्राज्य से निकला ओडियार राजवंश, विजयनगर के पतन के बाद स्वतंत्र हो गया था।