लीवर हमारे शरीर का एक प्रमुख अंग है। यह हमारे शरीर में भोजन पचाने से लेकर पित्त बनाने तक का काम करता है। लीवर शरीर को संक्रमण से लड़ने, रक्त शर्करा या ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने, शरीर से विषैले पदार्थो को निकालने, फैट को कम करने तथा प्रोटीन बनाने में अहम भूमिका अदा करता है। अत्यधिक मात्रा में खाने, शराब पीने एवं अनुचित मात्रा में फैट युक्त भोजन करने से फैटी लीवर जैसे रोग होने की संभावना रहती है। आप घर पर ही फैटी लीवर का इलाज (Fatty Liver Treatment) कर सकते हैं।
कुछ लोग सोचते हैं फैटी लीवर केवल शराब या अन्य मादक चीजों का सेवन करने से ही होता है और फैटी लीवर का इलाज (fatty liver ka ilaj)घर में करना संभव नहीं है। सबसे पहले तो यह जान लें कि फैटी लीवर की बीमारी शराब के साथ-साथ मोटापे और खाने की अनुचित आदतों वाले लोगों में भी यह हो सकता है। दूसरी बात यह जान लें कि फैटी लीवर का उपचार आप घर पर भी कर सकते हैं। फैटी लीवर का इलाज (fatty liver ka ayurvedic ilaj) करने के लिए घरेलू नुस्ख़े बहुत काम आते हैं। इससे कुछ हद तक फैटी लीवर के नुकसान से लीवर को कुछ हद तक बचाया जा सकता है।
इसी तरह अगर आपको फैटी लीवर का उपचार करना है तो फैटी लीवर के लक्षणों को शुरुआती अवस्था में समझना होगा। हालांकि यह मुश्किल होता है क्योंकि बहुत कम लोगों को फैटी लीवर के लक्षणों (fatty liver ke lakshan)के बारे में पता होता है इसलिए शारीरिक अवस्था बहुत ज्यादा खराब हो जाने के बाद बीमारी का पता चलता है। चलिये कुछ आम लक्षणों के बारे में पता लगाते हैं-
बच्चों में फैटी लीवर-बच्चों में फैटी लीवर बहुत कम देखा जाता है। इनमें नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज के कोई विशिष्ट लक्षण नहीं देखे जाते है परन्तु यह मोटापे से ग्रस्त बच्चों में या जिनमें जन्म से ही चयापचय विकार (Metabolic disorder) पाया जाता है। जंक फूड, चॉकलेट, चिप्स का अधिक सेवन तथा शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण ये समस्या आजकल बच्चों में बढ़ रही है। सबसे पहले आप कोशिश करें कि बच्चे इस बीमारी से ग्रस्त ना हो, लेकिन अगर ऐसी स्थिति आ गई तो आप फैटी लीवर का इलाज करने के लिए इन लक्षणों की पहचान कर सकते हैं।
फैटी लीवर से राहत पाने के लिए आयुर्वेद के अनुसार कुछ घरेलू नुस्ख़े (fatty liver home remedy in hindi)अपना सकते हैं। जो समय के साथ लीवर के सूजन (liver ki sujan)को कम करके शारीरिक अवस्था को बेहतर बना सकते हैं।
-4 ग्राम सूखे आँवले का चूर्ण पानी के साथ दिन में तीन बार लेने से 20-25 दिनों में लीवर के रोगों में आराम मिलता है।
-आँवला में भरपूर मात्रा में एन्टी-ऑक्सिडेंट और विटामिन सी होता है जो लीवर की कार्यप्रणाली को ठीक करता है। आँवला का सेवन करने से लीवर से हानिकारक विषाक्त तत्व निकल जाते है। इसके लिए रोजाना 3-4 कच्चे आँवला का सेवन करें। फैटी लीवर के उपचार के लिए सूखे आंवला का इस्तेमाल इस तरह से करने पर जल्दी राहत मिलता है।
दोपहर के भोजन में छाछ लें, इसमें हींग, नमक, जीरा और काली मिर्च मिलाकर पिएँ। फैटी लिवर के आयुर्वेदिक इलाज (fatty liver ayurvedic treatment hindi)के लिए छाछ का सेवन लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
कच्चे टमाटर का सेवन फैटी लीवर को स्वस्थ करने में मदद करता है।
हल्दी का उपयोग लगभग सभी घरों में एक मसाले के रूप में होता है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि हल्दी, फैटी लीवर के इलाज में भी उपयोगी है। लीवर संबधी समस्या में हल्दी का उपयोग करने से इसका हेपटो प्रोटेक्टिव गुण लीवर की क्रियाशीलता को बनाये रखने में मदद करता है।
फैटी लीवर की समस्या से आप यदि परेशान है तो आप नारियल का पानी लेना शुरू कर सकते हैं। नारियल पानी में एंटी ऑक्सीडेंट और हेपेटो प्रोटेक्टिव की क्रियाशीलता पायी जाती है जो कि फैटी लीवर की समस्या में आराम पहुंचाती है।
अब तक आपको फैटी लीवर होने के कारण, फैटी लीवर के लक्षणों (Fatty Liver Symptoms in Hindi) की जानकारी हो चुकी है। इसलिए फैटी लीवर के लक्षण नजर आने लगे तो बिना देर किये डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। इससे आप समय पर फैटी लीवर का उपचार करा पाएंगे और फिर से स्वस्थ हो पाएंगे।